Avatars Of Lord Ganesha: बहुत खास हैं गणेश जी के ये अवतार, जानिए क्या देते हैं संदेश

गणेश (Ganesha)

यह भगवान गणेश का मूल स्वरूप है। उन्हें एक बड़े सिर, एक टूटा हुआ दांत, चार हाथ और एक बड़ा पेट वाला एक देवता के रूप में चित्रित किया गया है। उनकी सवारी एक चूहा है।

वक्रतुंड (Vakratunda)

इस अवतार में, भगवान गणेश का मुख मोड़ हुआ है।  उन्हें बुद्धि और चतुराई का प्रतीक माना जाता है।

एकाक्ष (Ekaksha)

इस अवतार में, भगवान गणेश के केवल एक दाँत होता है। माना जाता है कि उन्होंने एक दाँत को तोड़कर भस्मासुर नामक राक्षस को हराया था।

विकट (Vikata)

इस भयंकर रूप में, भगवान गणेश चार भुजाओं वाले और क्रोधित मुद्रा में दिखाई देते हैं।  उन्हें बुराईयों का नाश करने वाला माना जाता है।

धूम्रवर्ण (Dhumravarna)

इस अवतार में, भगवान गणेश का रंग धुएँ के समान काला होता है।  उन्हें अंधकार और नकारात्मकता को दूर करने वाला माना जाता है.

गजानन (Gajanana)

इस अवतार में, भगवान गणेश का सिर एक हाथी के समान होता है। उन्हें ज्ञान और विवेक का प्रतीक माना जाता है।

सिद्धि गणेश (Siddhi Ganesha)

इस अवतार में, भगवान गणेश को सभी सिद्धियों के दाता के रूप में जाना जाता है।

वरद गणेश (Varad Ganesha)

इस अवतार में, भगवान गणेश अपने भक्तों को आशीर्वाद देने की मुद्रा में दिखाई देते हैं।  उन्हें दाता और सौभाग्य लाने वाला माना जाता है।

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