Nose Piercing के कई फायदे बताए जाते हैं, आयुर्वेद और संस्कृति से जुड़े इन फायदों के बारे में इस लेख जानते हैं.
Nose Piercing के फायदे
मासिक धर्म में दर्द कम होना: आयुर्वेद के अनुसार नाक के बायें हिस्से में छेद करवाने से महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द से राहत मिलती है.
महिलाओं के प्रजनन सम्बन्धी रोग कम होना: नाक छिदवाने से महिलाओं में मासिक धर्म अनियमित होने की समस्या भी कम हो सकती है.
माइग्रेन का दर्द कम होना: नाक के एक्यूप्रेशर बिंदुओं को लगातार दबाने से माइग्रेन के दर्द में भी कमी आने का दावा किया जाता है.
क्रोध पर नियंत्रण: कुछ लोगों का मानना है कि नाक और कान छिदवाने से शरीर के रक्त संचार में सुधार होता है, जिससे क्रोध को नियंत्रित करने में मदद मिलती है.
आँखों की रोशनी बढ़ना: नाक के जिन बिंदुओं को नथ से दबाया जाता है, वो आँखों से भी जुड़े होते हैं. इस वजह से नाक छिदवाने से आंखों को भी फायदा मिल सकता है.
सर्दी- जुकाम से बचाव: नाक के कुछ प्रेशर पॉइंट्स को उत्तेजित करने से श्वास सम्बन्धी रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है, जिससे सर्दी- जुकाम कम होता है.
धातुओं के गुणों का फायदा: आमतौर पर सोने या चांदी की नथ पहनी जाती है. इन धातुओं के लगातार संपर्क में रहने से शरीर को भी उनके गुणों का लाभ मिल सकता है.
नाक छिदवाने के क्या फायदे हैं?
Nose Piercing से सौंदर्य बढ़ता है।
नाक कब छिदवाना चाहिए?
स्वाभाविक रूप से कभी भी छिदवाया जा सकता है।
हिंदू में नाक छिदवाना क्यों महत्वपूर्ण है?
हिंदू संस्कृति में सौभाग्य और समृद्धि के संकेत के रूप में महत्वपूर्ण है।
नाक छिदवाना चाहिए या नहीं?
व्यक्तिगत निर्णय पर निर्भर करता है।
नाक छिदवाने के बाद क्या नहीं खाना चाहिए?
नाक छिदवाने के बाद मसालेदार, तैलीय, कच्चा मीट, और शराब से बचना चाहिए।
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