Motivational Story in Hindi: छोटी सी चिड़िया, बड़ा हौसला, गिरने से नहीं, उठने से इंसान बनता है, अंधेरे में ही चमकते हैं तारे, दीपक तूझमे है, बीज बनो, पेड़ मत बनो, कछुआ और खरगोश, विक्रम और बेताल.
Best Motivational Story in Hindi
छोटी सी चिड़िया, बड़ा हौसला (The Little Bird, Big Courage): एक छोटी सी चिड़िया अपने घोंसले को बनाने के लिए तिनके इकट्ठा कर रही थी. रास्ते में उसे एक बड़ी सी गाय का सामना करना पड़ा. गाय ने चिड़िया को देखकर कहा, “तू इतने छोटे तिनकों से अपना घोंसला कैसे बनाएगी? यह तो हवा के झोंके से ही उड़ जाएगा.” चिड़िया ने जवाब दिया, “मेरे हौसले को आप कम मत आंकिए. मैं भले ही छोटी हूं, लेकिन मेरा हौसला बड़ा है. मैं लगातार मेहनत करूंगी और मजबूत घोंसला बनाऊंगी.” चिड़िया की लगन और हिम्मत देखकर गाय दंग रह गई.
सीख: छोटी सी चीजें भी बड़ा प्रभाव डाल सकती हैं, बस जरूरत है तो हौसले और मेहनत की.
गिरने से नहीं, उठने से इंसान बनता है (It’s Not About Falling, It’s About Getting Up): एक बच्चा साइकिल चलाना सीख रहा था. कई बार वह गिर गया, लेकिन हर बार उसने हार नहीं मानी. वह उठा, साइकिल को संभाला और फिर से कोशिश करने लगा. आखिरकार, उसकी मेहनत रंग लाई और वह साइकिल चलाने लगा. उसके पिताजी पास खड़े होकर मुस्कुरा रहे थे. बच्चे ने पूछा, “पापा, मैं इतना गिरता क्यों रहता हूं?” पिताजी ने कहा, “बेटा, गिरने से कोई फर्क नहीं पड़ता. असली फर्क तब पड़ता है, जब तुम गिरने के बाद उठने की हिम्मत जुटाते हो.”
सीख: असफलता जिंदगी का हिस्सा है, लेकिन हार न मानना ही सफलता की कुंजी है.
अंधेरे में ही चमकते हैं तारे (Stars Shine Only in Darkness): एक अंधेरी रात थी. आसमान में एक भी तारा नहीं दिख रहा था. एक छोटी लड़की ने पूछा, “पापा, तारे कहां छिप गए?” पिताजी ने कहा, “बेटी, तारे कहीं नहीं छिपे हैं. वे वहीं हैं, लेकिन अंधेरे की वजह से दिखाई नहीं दे रहे हैं.” लड़की को समझ नहीं आया. तब पिताजी ने उसे बताया कि मुश्किलें जिंदगी में अंधेरे की तरह होती हैं. उन्हीं मुश्किलों के दौरान हमारे अंदर के तारे चमकते हैं और हमारी असली ताकत सामने आती है.
सीख: मुश्किलें हमें मजबूत बनाती हैं और हमारे छिपे हुए हुनर को निखारती हैं.
विक्रम और बेताल (Vikram aur Betaal): विक्रम एक राजा था. उसे बेताल नामक एक रहस्यमयी जीव को पकड़ने का काम सौंपा गया था. बेताल हर रात राजा विक्रम को एक कहानी सुनाता था और कहानी खत्म होने के बाद उससे एक सवाल पूछता था. अगर राजा जवाब नहीं दे पाता तो बेताल उसे फौरन ले उड़ता. रातों रात कई कहानियां सुनने और उनके जटिल सवालों के जवाब देने से राजा विक्रम बहुत ज्ञानी बन गया. आखिरकार, वह बेताल को पकड़ने में सफल रहा.
सीख: जिज्ञासा और सीखने की ललक हमें हर परिस्थिति में मजबूत बनाती है.
कछुआ और खरगोश (The Tortoise and the Hare): जंगल में एक खरगोश और एक कछुआ रहते थे. खरगोश अपनी तेज रफ्तार के लिए फेमस था, वहीं कछुआ बहुत धीमा था. एक दिन दोनों के बीच में दौड़ प्रतियोगिता हो गई. सबको यकीन था कि खरगोश जीतेगा. दौड़ शुरू हुई. खरगोश ने अपनी रफ्तार का सहारा लेकर थोड़ी दूर आगे निकल गया. उसे लगा कि कछुआ तो बहुत पीछे है, थोड़ा आराम कर लेता हूं. वह एक पेड़ के नीचे सो गया. इधर, कछुआ धीमी गति से लगातार चलता रहा. जब खरगोश सोकर उठा तो उसने देखा कछुआ फिनिशिंग लाइन पार कर चुका है.
सीख: धीमी और स्थिर गति कभी हार नहीं मानती.
बीज बनो, पेड़ मत बनो (Be a Seed, Not a Tree): एक बगीचे में पेड़ आपस में बात कर रहे थे. एक पेड़ बहुत घमंडी था और कह रहा था, “मैं बगीचे का सबसे बड़ा और मजबूत पेड़ हूं. सभी को मेरी छाया का सहारा लेना पड़ता है.” दूसरा पेड़ बोला, “घमंड मत कर. तू भूल गया है कि तू भी कभी एक छोटा सा बीज था.”
दीपक तूझमे है (The Light is Within You): एक गांव में अचानक अंधेरा हो गया. सभी लोग परेशान हो गए. उनके पास कोई दियासलाई या लालटेन नहीं थी. तभी एक बुढ़िया माई ने कहा, “घबराओ मत, मेरे पास तो दिया है.” वह अंदर गई और एक मिट्टी का दीपक जलाकर ले आई. लोगों ने पूछा, “इस छोटे से दीपक से इतने बड़े अंधेरे को कैसे दूर करोगे?” बुढ़िया माई ने मुस्कुराकर कहा, “अंधेरा खुद ही दूर हो जाएगा, बस हमें एक छोटी सी रोशनी की जरूरत है.”
सीख: हर किसी के अंदर प्रकाश है. हमें सिर्फ उसे जगाने की जरूरत है. आप भले ही छोटे हों, लेकिन आप बड़ा बदलाव ला सकते हैं.
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